सैमसंग DOST वह मित्र है, जिसकी जिंदगी के इस दौर में सबसे ज्यादा जरूरत थी: इलेक्ट्रॉनिक सेक्टर में भारत के सबसे बड़े कौशल कार्यक्रम के ट्रेनी

जब मोहम्मद फिरोज ने सैमसंग दोस्त के बारे में सुना, उन्हें इस कार्यक्रम के लिए आवेदन करने का फैसला करने में बहुत समय नहीं लगा। उत्तर प्रदेश में मुगलसराय के निकट एक गांव में रहने वाले इस 22-वर्षीय युवक को बनारसी साड़ी की बुनाई करने वाले अपने पिता के बीमार पड़ जाने के बाद एक नौकरी की सख्त जरूरत थी।

सैमसंग DOST (डिजिटल एंड ऑफलाइन स्किल्स ट्रेनिंग) अपनी ऑनलाइन ट्रेनिंग और स्टाइपेंड के साथ ऑन-द-जॉब ट्रेनिंग (OJT) के वादे के साथ उनके लिए आशा की एक किरण है क्योंकि उन्हें उम्मीद है कि इसके बाद उन्हें भारत के तेजी से बढ़ते रिटेल सेक्टर में पूर्णकालिक रोजगार मिल जाएगा।

फिरोज अभी अपने गांव से ही 200 घंटों का ऑनलाइन क्लासरूम सत्र पूरा कर रहे हैं, लेकिन जल्दी ही वह अपने OJT के लिए वाराणसी चले जाएंगे।

फिरोज ने कहा, “मैंने कई पाठ्यक्रमों में भाग लिया है, लेकिन किसी से मुझे नौकरी नहीं मिली। सैमसंग दोस्त के साथ मैं यह साफ महसूस कर रहा हूं कि ऑनलाइन क्लास बहुत प्रासंगिक हैं। घर की परिस्थितियां मुझे अवसाद में धकेल रही थीं, लेकिन इस ट्रेनिंग ने मेरी जिंदगी में जबर्दस्त बदलाव ला दिया है।”

ट्रेनिंग में सिखाई जा रही सेल्स तकनीकों और नए संचार उपकरणों के साथ वह स्वयं को पहले के मुकाबले ज्यादा सक्षम महसूस करते हैं और वे अपने OJT का इंतजार कर रहे हैं ताकि इन सीखी हुई बातों को व्यावहारिक तौर पर इस्तेमाल कर सकें।

सैमसंग DOST इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में भारत का सबसे बड़ा कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम है, जिसका उद्देश्य अगले कुछ वर्षों में इलेक्ट्रॉनिक्स रिटेल सेक्टर में 50,000 ऐसे युवाओं को तैयार करना है, जो किसी भी वक्त नौकरी के लिए तैयार हों। इसके लिए सैमसंग ने राष्ट्रव्यापी कौशल प्रशिक्षण केंद्रों के जरिए कार्यक्रम को क्रियान्वित के उद्देश्य से राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (NSDC) के साथ साझेदारी की है।

इस कार्यक्रम के तहत, युवा, जिन्होंने 12वीं स्टैंडर्ड तक न्यूनतम विद्यालय शिक्षण प्राप्त किया है, उन्हें मिश्रित रूप में 200 घंटे का क्लासरूम और ऑनलाइन प्रशिक्षण हासिल होगा, जिसके बाद सैमसंग के रिटेल स्टोर्स में 5 महीनों तक ऑन-द-जॉब प्रशिक्षण (OJT) दिया जाएगा, जिस दौरान प्रशिक्षुओं को उद्योग मानकों के मुताबिक मासिक स्टाइपेंड भी मिलेगा।

गुवाहाटी के जतोइयाकाहिलिपाड़ा की 20-वर्षीय गार्गी दास ने बताया कि असम में जो बी कॉम डिग्री वह कर रही थीं, वह उन्हें रिटेल सेक्टर में नौकरी दिला पाने के लिहाज से पर्याप्त नहीं थी, क्योंकि उसमें कोई प्रशिक्षण नहीं दिया जा रहा था। सैमसंग DOST इलेक्ट्रॉनिक्स रिटेल में उनके प्रवेश का द्वार बना, जहां वह हमेशा स्मार्टफोन से घिरी रहने वाली हैं, जो उन्हें बहुत पसंद हैं।

उन्होंने बताया कि ऑनलाइन क्लास में उनकी भी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाती है और यह उनकी जानकारियों को काफी विस्तार देता है।

उन्होंने बताया, “सैमसंग DOST वह मित्र है, जिसकी मुझे अपनी जिंदगी के इस दौर में सबसे ज्यादा जरूरत थी, जब मैं अपने करियर की शुरुआत कर रही थी। इसने करियर से जुड़ी मेरी चिंताओं का समाधान करने में मेरी मदद की है।”

केरल के मोहम्मद बासिथ को कभी किसी बात से इतनी उम्मीद पैदा नहीं हुई, जितना वह सैमसंग DOST के बारे में महसूस करते हैं।

“मैं एक स्नातक हूं लेकिन महामारी फैलने के बाद यहां फ्रेशर्स के लिए कोई रोजगार नहीं था। हर किसी को अनुभव की दरकार थी। ऐसे में सैमसंग दोस्त हमारे लिए एक वरदान बनकर आया।”

बासिथ के पिता, जो कि एक मैकेनिक हैं, की नौकरी महामारी के कारण चली गई, और बासिथ को उम्मीद है कि सैमसंग DOST OJT अपने परिवार के भरण-पोषण में जल्दी योगदान करने में उनकी मदद करेगा।

सैमसंग DOST के तहत प्रशिक्षण से युवाओं को उन नई क्षमताओं और कौशल को हासिल करने में मदद मिलेगी, जो भारत के तेजी से बढ़ते इलेक्ट्रॉनिक रिटेल वातावरण में नौकरी पाने के लिए जरूरी हैं।

प्रतिभागियों को NSDC से मान्यताप्राप्त और स्वीकृत अनेकों प्रशिक्षण केंद्रों पर प्रशिक्षित किया जा रहा है।

इलेक्ट्रॉनिक रिटेल के लिए उन्हें तैयार करने वाला यह प्रशिक्षण राष्ट्रीय कौशल अर्हता रूपरेखा के अनुरूप है जिसे उद्योग जगत की जरूरतों के हिसाब से तैयार किया गया है। इसमें ग्राहक व्यवहार, सेल्स काउंटर प्रबंधन, उपभोक्ताओं का जिज्ञासा समाधान, उत्पाद प्रदर्शन और बिक्री कौशल के अलावा कोविड बाद के तौर-तरीकों जैसे अनेकों अन्य सॉफ्ट स्किल भी शामिल हैं।

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