प्रसेनजित यादव की खींची तस्वीर #withGalaxy
किसी वन्यजीवन फोटोग्राफर के बारे में आप कैसी कल्पना करते हैं –एक ऐसा वस्त्र, जो आस-पास के वातावरण में छिपने के लिहाज से मुफीद हो, पहना व्यक्ति जिसने कई विशालकाय कैमरे अपनी गर्दन और कंधों के इधर-उधर लटका रखा हो और अपने थैले में कई बड़े और महंगे लेंस संभालता हुआ चुपचाप शांति से दूर हो रही वन्यजीवन की हलचलों पर नज़रें टिकाए बैठा हो। लेकिन तब क्या, जब कैमरा तकनीक में हुए तमाम आविष्कार उसकी जेब में ही सिमट जाएं? इससे बेहतर और क्या हो सकता है कि एक छोटे से आकर्षक उपकरण में सिमटे सारे कैमरा आविष्कार आपकी जेब में हों, जिससे न सिर्फ आपको अपनी गतिविधियों में आसानी हो, बल्कि आप बेहतरीन तस्वीरें भी खींच पाएं।
नेशनल जियोगरफिक फोटोग्राफर और खोजकर्ता प्रसेनजित यादव ने नेशनल जियोगरफिक ट्रैवलर इंडिया के मार्च संस्करण के मुखपृष्ठ के लिए गैलेक्सी S21 अल्ट्रा 5G का इस्तेमाल कर वेस्टर्न घाट के स्काई द्वीपसमूहों में तस्वीरें खींची।
एक वन्यजीवन फोटोग्राफर का जीवन रोमांचक भी हो सकता है और खतरों से भरा भी। हमने प्रसेनजित यादव से जंगलों में बिताए गए उनके साहसिक समय के बारे में बातचीत की –
प्रसेनजित: मैं जंगल में ही पला-बढ़ा और वन्यजीवन हमेशा से मेरी ज़िंदगी का एक हिस्सा रहा। मुझे ऐसा लगा कि मैं वन्यजीवन से जुड़ा करियर सिर्फ तभी पा सकता हूं, यदि एक वैज्ञानिक बनूं। लेकिन, फिर मैंने महसूस किया कि जो लोग वन्यजीवन का हिस्सा होते हैं, उन्हें वैज्ञानिकों द्वारा निकाले जाने वाले शोधपत्रों, प्रकाशनों और जर्नल के बारे में कोई जानकारी नहीं होती। तब मैंने अध्ययन अवकाश लेकर उन रास्तों को तलाशने का फैसला किया जो इस विज्ञान को और बड़े जनसमूह तक ले जा सके। मैं दृश्य माध्यम के ज़रिए कहानियां सुनाने वाला एक फोटोग्राफर बन गया और जो अध्ययन अवकाश 6 महीनों में खत्म होने वाला था, वह अब 8 सालों से चल रहा है।
प्रसेनजित: मेरे लिया पहला अनुभव बता पाना थोड़ा मुश्किल है क्योंकि मैं हमेशा से जंगलों में ही रहा। मैंने हमेशा जंगलों को कुछ इस तरह समझने की कोशिश की जैसा किसी और ने नहीं किया था – मैं जंगल में ही रहता था। लोग टाइगर रिज़र्व में जाते हैं, जबकि मुझे चारों तरफ पसरे वन्यजीवन को देखने के लिए बस अपने घर से (मेरे पिता का फार्म नागपुर से 60 किमी दूर है) बाहर निकलना था। पहली बार जब मैं कैमरा लेकर जंगलों में गया, तो वह कर्नाटक का अगुम्बे वर्षा वन था और मुझे तुरंत उससे प्यार हो गया।
प्रसेनजित यादव, खेती #withGalaxy.
प्रसेनजित: अद्भुत! यह अब तक का सबसे जुनूनी काम था, जो मैंने किया था। जहां मैं शूट कर रहा था या जिसको मैं शूट कर रहा था, उसके कारण नहीं, बल्कि उस उपकरण के कारण जो मैं इस फोटोग्राफी के लिए इस्तेमाल कर रहा था। मेरे पास 108MP लेंस के साथ गैलेक्सी S21 अल्ट्रा 5G और उसकी शानदार कैमरा क्षमताएं थीं, जिनके माध्यम से मुझे 7 विस्मयकारी दिनों तक वेस्टर्न घाट में स्काई द्वीपसमूहों पर चारों ओर फैले भू-दृश्यों और वहां रहने वाले जीव-जन्तुओं की विस्तृत कहानियां कहनी थी।
पहले तो एक स्मार्टफोन का इस्तेमाल कर जंगल में तस्वीरें खींचना एक अकल्पनीय सी बात लगी, लेकिन नतीजे आश्चर्यजनक रूप से चौंकाने वाले थे!
प्रसेनजित: जब मुझे बताया गया कि मैं 8K में वीडियो बना सकता हूं और फिर उसी में से उच्च-रिज़ॉल्यूशन की तस्वीरें निकाल सकता है, तो इस पर भरोसा करना कठिन था। लेकिन जब मैंने इसे इस्तेमाल करना शुरू किया, तब मैंने महसूस किया कि इससे अविश्वसनीय वीडियो और तस्वीरें निकाली जा सकती हैं और मैं और भी ज़्यादा काम कर सका। मुझे वीडियो शूट करने या तस्वीरें खींचने में से किसी एक का चुनाव नहीं करना था। इस तरह 8K वीडियो स्नैप फीचर से मुझे परफेक्ट शॉट मिल सके, जो नेशनल जियोगरफिक ट्रैवलर इंडिया का मुखपृष्ठ बने।
नेशनल जियोगरफिक ट्रैवलर इंडिया का मार्च मुखपृष्ठ जिसे खींचा गया #withGalaxy
प्रसेनजित: गैलेक्सी S21 अल्ट्रा का प्रो मोड! अपर्चर बदलने से लेकर शटर स्पीड तक और ISO से लेकर ह्वाइट बैलेंस तक – जिस तरह का नियंत्रण यह आपको देता है, वह शानदार है। ये ऐसे फीचर हैं, जिनकी मुझे एक बेहतरीन शॉट के लिए ज़रूरत होती है। ये तस्वीरें लेने के लिए इस कैमरे का अपना एक रेंज और अपना एक एल्गोरिद्म है, लेकिन कभी-कभी आपको अपनी रचनात्मकता डालने के लिए उन एल्गोरिद्म को पीछे छोड़ना होता है। यह तथ्य कि गैलेक्सी S21 अल्ट्रा मुझे इन दोनों के बीच स्विच करने और कैमरे में अपनी रचनात्मकता का इस्तेमाल करने की अनुमति देता है, इसे अनूठा बना देता है।
इससे पहले मैंने कभी ऐसा स्मार्टफोन कैमरा इस्तेमाल नहीं किया था, जो मुझे इस दर्ज़े का नियंत्रण दे सके।
प्रसेनजित यादव द्वारा खींची गई तस्वीर #withGalaxy
प्रसेनजित यादव द्वारा स्काई द्वीपसमूहों पर खींची गई रात के आसमान की तस्वीर #withGalaxy
प्रसेनजितः किसी भी कैमरे के लेंस की तुलना इंसानी आंखों से करना बहुत कठिन है, लेकिन मुझे जिस कारण प्रो मोड का इस्तेमाल करना मज़ेदार लगा, वह कैमरे के लेंस में रोशनी की सही मात्रा तय करने में इसके द्वारा की गई मेरी मदद थी, जिसके कारण मैं चमकदार और सही रंगों वाली तस्वीरें खींच सका। उस नियंत्रण के कारण मैं वास्तव में ऐसी तस्वीरें ले सका, जो उसके मुकाबले बहुत नज़दीकी हैं, जितना मैंने उन्हें सच में देखा।
प्रसेनजितः आप जिनकी तस्वीरें खींचना चाहते हैं, उनके बारे में पढ़िए। यदि आप ऐसा नहीं कर सके, तो कम से कम तस्वीरें खींचने के बाद उसके बारे में भली प्रकार जानिए।
दूसरी बात, हमेशा एक सुरक्षित दूरी बनाकर रखिए। उन जीवों के बहुत नज़दीक मत जाइए, जिनके बारे में आप जानते नहीं। वे आपसे डर सकते हैं या हो सकता है वे आपको नुकसान पहुंचा दें। 108 MP S21 अल्ट्रा के साथ फोटोग्राफी करने का एक बड़ा फायदा यह भी है कि आप वन्यजीवन और उनके आसपास के वातावरण को बिना छेड़े शानदार तस्वीरें खींच सकते हैं।
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